विश्व में लोहे का उत्पादन एवं वितरण
लोहे का उत्पादन एवं वितरण मानचित्र और नवीनतम आंकड़ों के साथ।
सामान्य परिचय:
- लोहा वर्तमान युग का आधार स्तंभ है।
- लोहे का उत्पादन एवं उपयोग कई शताब्दियों से हो रहा है।
- लोहे का उपयोग भारत के लोगों को काफी पहले से ही ज्ञात हो गया था, ईसा पूर्व 300-400।
- यथा प्राचीन काल में औजार, सैन्य हथियार एवं और भी कई प्रकार के वस्तुओं के निर्माण में उपयोग में लाया जा रहा है।
- आधुनिक समय में तो पुल, टॉवर, जलयान, औद्योगिक मशीनों, भारी यंत्रों आदि में इसका प्रयोग हो रहा है।
- यद्यपि लोहे का महत्व समझा जा सकता है।
लौह अयस्क का निर्माण:
- लोहे अयस्क का निर्माण रासायनिक अभिक्रियों के फलस्वरूप होता है।
- लौह अयस्क महासागरीय अलवण और ऑक्सीजन दोनो के सामूहिक क्रियाओं के परिणाम स्वरूप बनता है, जो मुख्यतः अवसादी चट्टानों में पाये जाते है।
- यह एक धातु खनिज के रूप में अथवा यौगिक रूप मिलता है।
लौह अयस्क के प्रकार:
1. मैग्नेटाइट-
- यह सबसे उत्तम कोटि का लौह अयस्क होता है।
- इसमें लोहांश की मात्रा लगभग 74% तक होता है।
- इसका रंग गहरा भूरा और काले रंग का होता है।
- यह लौह अयस्क बहुत कम मात्रा में मिलता है।
2. हेमेटाइट-
- यह गुणवत्ता में दूसरे स्थान पर है।
- इसमें लोहांश 60-70% तथा ऑक्सीजन का सम्मिश्रण होता है।
- यह अधिक मात्रा में पाया जाता है एवं इसका उत्खनन आसान होता है।
- इसका रंग लाल, भूरी एवं कत्थई होता है।
3. लिमोनाइट-
- इसकी गुणवत्ता अच्छी नहीं होती और इसमें काफी अशुद्धियां पायी है।
- यह पीले और भूरे रंग का होता है।
- इसमें लोहांश की मात्रा 40-60% तक होता है।
4. सिडेराइट (कैल्साइट)-
- यह लौह अयस्क सबसे खराब कोटि का होता है।
- जिसका रंग राख की भांति होता है।
- इसमें लोहांश की मात्रा 48% तक होती है।
- यह धातु कार्बोनेट के रूप में मिलती है।
विश्व में लौह अयस्क का संचित भंडार-
- विश्व में लोहे का संचित भंडार यू एस जी एस के आंकड़ों के अनुसार लगभग 190,000 मिलियन मिट्रिक टन है।
- जिसमे सबसे अधिक लौह अयस्क का भंडार ऑस्ट्रेलिया में है जहां लगभग 58,000 मिलियन मिट्रिक टन संचित भंडार है।
- इसके बाद ब्राजील और रूसी संघ का स्थान है।
विश्व में लोहे का उत्पादन:
क्रमांक |
देश |
लौह अयस्क उत्पादन (1000 मिट्रिक टन) |
वर्ष |
1. |
ऑस्ट्रेलिया |
880,000 |
2023 |
2. |
चीन |
659,000 |
2023 |
3. |
ब्राजील |
422,000 |
2023 |
4. |
भारत |
285,000 |
2023 |
5. |
रूस |
99,000 |
2019 |
6. |
दक्षिण अफ्रीका |
77,000 |
2019 |
7. |
यूक्रेन |
62,000 |
2019 |
8. |
कनाडा |
54,000 |
2019 |
9. |
सं. रा. अमेरिका |
48,000 |
2019 |
10. |
स्वीडन |
20,000 |
2018 |
1. ऑस्ट्रेलिया-
- लोहे के उत्पादन में ऑस्ट्रेलिया का विश्व में प्रथम स्थान है।
- ऑस्ट्रेलिया में लोहे का उत्पादन 2023 में लगभग 8 लाख 80 हजार मीट्रिक टन है।
- यहां के प्रमुख लौह क्षेत्र में दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के नोब, कुलका, कुटलाना, मिडिल बैंक रेंज है।
- इसके अतिरिक्त पश्चिम ऑस्ट्रेलिया में पार्थ से लगभग 1200 किलोमीटर की दूरी पर पिलबरा, न्यू-साउथवेल्स, में फेडिया, मिटागोंग, डालाबैंक तथा क्वींसलैण्ड में कोलनवरी लौह क्षेत्र है।
- नये लौह क्षेत्रों में तस्मानिया और उत्तरी क्षेत्र है।
|
ऑस्ट्रेलिया के लौह उत्पादक क्षेत्र |
2. चीन-
- चीन का लौह अयस्क के उत्पादन में विश्व में द्वितीय स्थान है।
- वर्ष 2023 के आंकड़ों में यहां लोहे का उत्पादन लगभग 6 लाख 59 हजार मीट्रिक टन रहा।
- चीन में लोहे के उत्पादन सबसे प्रमुख क्षेत्र उत्तर पूर्वी है।
- यहां चीन का लगभग 70% लौह उत्पादन होता है।
- उत्तर पूर्वी क्षेत्र में प्रमुख खाने अनशा, पेंचिहू, टुंगपींग टाओ है।
- मध्य पूर्व में टेह, चोंगकिंग दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में कुनमिंग, उत्तरी मैदान में हुआंहुआ, उत्तर पश्चिम में पाओटोव प्रमुख खाने है।
- चीन में लौह अयस्क का सुरक्षित भंडार लगभग 218.4 करोड़ मीट्रिक टन (1945) का अनुमान लगाया गया था।
- नये सर्वेक्षण के अनुसार 1,118 करोड़ मीट्रिक टन लोहे का सुरक्षित भंडार है।
|
चीन के लौह उत्पादक क्षेत्र |
3. ब्राजील-
- विश्व में लोहे का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश ब्राजील है।
- यहां के इताविरा पर्वत में विश्व का सबसे उत्तम कोटि का लोहा प्राप्त होता है।
- यहां के मुख्य लोहा उत्पादक क्षेत्र में लाफैंती, सायावेल, डेरियोडोसी आदि आते है।
- यू एन ओ के अनुमान के अनुसार यहां लोहे का संचित भंडार लगभग 46 अरब मीट्रिक टन है।
- यहां 2023 में लोहे का उत्पादन लगभग 422,000 मीट्रिक टन रहा।
|
ब्राजील के लौह उत्पादक क्षेत्र |
4. भारत-
- भारत लौह अयस्क के उत्पादन में चौथे स्थान पर है।
- अनुमान है कि सम्पूर्ण विश्व का सर्वाधिक लोहे का सुरक्षित भंडार भारत में है।
- भारत के प्रमुख लौह अयस्क क्षेत्रों में उत्तरी पूर्वी क्षेत्र जिसमे बिहार के सिंहभूमि, हजारीबाग, मानभूमि, ओडिशा के मयूरभंज, क्योंझर में लौह अयस्क की विशाल पेटी विस्तृत है।
- मध्य भारत में गोवा, मध्य प्रदेश के जबलपुर, छत्तीसगढ़ के दुर्ग, बैलाडीला, महाराष्ट्र के चंदा और रत्नागिरी में लोहे का विशाल भंडार है।
- प्रयद्वीपीय भारत में कर्नाटक के चिकमगलुर तथा चित्रदुर्ग, तमिलनाडु के सलेम, तिरुचिरापल्ली, आंध्र प्रदेश के अनंतपुर, कर्नूल, नेल्लौर आदि स्थानों से लोहा प्राप्त होता है।
- वर्ष 2023 में लोहे का उत्पादन लगभग 285,000 मीट्रिक टन रहा।
|
भारत के लौह उत्पादक क्षेत्र |
5. रूस-
- रूस में औद्योगिक क्रांति के बाद से ही लोहे के उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्धि हुई।
- रूस में सोवियत काल से लोहे का उत्पादन कार्य चल रहा है, सोवियत संघ के समय रूस लोहे के उत्पादन में अग्रणीय देश हुआ करता था परंतु विघटन से पश्चात रूस से कई लोहे के उत्पादक क्षेत्र अलग हो गए फलस्वरूप लोहे के उत्पादन में कमी आई और रूस वर्तमान में 5 वें स्थान पर रह गया है।
- 2019 के आंकड़ों के अनुसार रूस में 99,000 मिट्रिक टन लोहे का उत्पादन हुआ।
- प्रमुख लौह उत्पादक क्षेत्रों में युराल प्रदेश है जो रूस पुराना लौह उत्पादक क्षेत्र है यहां मैग्नेटाइट किस्म का लोहा मिलता है।
- साइबेरिया लौह क्षेत्र में गोरनाया-शोरिया जो मध्य साइबेरिया में स्थित लौह क्षेत्र है इसके अतिरिक्त पूर्वी साइबेरिया में अंगारा बेसिन, चीता, दक्षिणी अल्दान है। पश्चिमी साइबेरिया के टोमस्क में लगभग 110 अरब टन लोहे का संचित भंडार है।
|
रूस के लौह उत्पादक क्षेत्र |
6. दक्षिण अफ्रीका-
- दक्षिण अफ्रीका विश्व का 6 वां बड़ा लौह उत्पादक देश है।
- वर्ष 2019 में 77,000 मिट्रिक टन लोहे का उत्पादन हुआ।
- प्रमुख लौह अयस्क उत्पादक क्षेत्र में प्रिटोरिया, थावाजिंबी, पोसमसबर्ग तथा कुरुमान क्षेत्र प्रमुख है।
- यहां के लौह अयस्क उच्च कोटि के होते है।
|
दक्षिण अफ्रीका के लौह उत्पादक क्षेत्र |
7. यूक्रेन-
- यूक्रेन जो विश्व का 7 वां बड़ा लौह उत्पादक देश है। यहां लोहे का उत्पादन नीपर नदी पश्चिम में स्थित क्रिवाइरोग से होता है।
- वर्ष 2019 में 62,000 मिट्रिक टन लोहे का उत्पादन किया गया।
8. कनाडा-
- कनाडा में लौह अयस्क की प्राप्ति नोवास्कोशीय, न्यूफाउनलैंड ओंटेरियो, क्यूबेक प्रांतों से होती है।
- वर्ष 2019 में यहां लोहे का उत्पादन 54,000 मिट्रिक टन रहा।
|
कनाडा के लौह उत्पादक क्षेत्र |
9. सं. रा. अमेरिका-
- संयुक्त राज्य अमेरिका वर्ष 1958 के पूर्व विश्व में लोहे के उत्पादन में अग्रणीय देश था।
- यहां लगभग 90% लौह अयस्क का उत्पादन सुपीरियर झील के आसपास के क्षेत्र से होता है।
- सुपीरियर झील के अतिरिक्त दक्षिणी अप्लेशियन क्षेत्र, उत्तर पूर्वी क्षेत्र, पश्चिम क्षेत्र से लौह अयस्क प्राप्त होता है।
- दक्षिणी अप्लेशियन क्षेत्र में अलाबामा एवं टेनेसी राज्य के कुछ भाग आते हैं परंतु इन स्थानों में उत्तम किस्म का लोहा प्राप्त नहीं होता। यहां लोहे का संचित भंडार का अनुमान लगभग 270 मिलियन टन है।
- उत्तर पूर्वी क्षेत्र में न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी एवं पेंसिलवेनिया राज्य आते है। यहां मैग्नेटाइट किस्म का लोहा पाया जाता है।
- पश्चिम क्षेत्र में कैलिफोर्निया, वाओमिंग, युटाह का आयरन माउंटेन तथा कैलिफोर्निया का इंगिल माउंटेन आदि है।
- वर्ष 2019 में लौह अयस्क का उत्पादन 48,000 मिट्रिक टन रहा।
|
सं. रा. अमेरिका के लौह उत्पादक क्षेत्र |
10. स्वीडन-
- स्वीडन विश्व का 10 वां बड़ा लौह उत्पादक देश है।
- यहां यूरोप का लगभग 80-90% लोहे का उत्पादन होता है।
- यहां लोहे के उत्पादक क्षेत्रों में गैलीबा, किरून, स्टॉकहोम, डेनिमोर है जहां से उच्च कोटि का लोहा प्राप्त किया जाता है।
- स्वीडन में वर्ष 2018 में लोहे का उत्पादन 20,000 मिट्रिक टन रहा।
About the Author
Namaste! I'm sudhanshu. I have done post graduation in Geography. I love blogging on the subject of geography.