कोयला क्या है?
- कोयला एक प्रकार का धातु है जो पृथ्वी के नीचे स्थित रहता है।
- यह एक ज्वालामुखी के जलने से उत्पन्न होता है और अधिकतर ऊर्जा स्रोतों में से एक है।
- कोयला से विभिन्न प्रकार की ऊर्जा उत्पादित की जाती है, जैसे कि बिजली, उष्मा उत्पादन, भाप उत्पादन और उद्योगों के लिए उपयोग किया जाता है।
- कोयला धातु को भूमि से उतारा जाता है और इसके उत्पादन के लिए खदानों को खोदा जाता है।
कोयला कैसे बनता है?
- कोयला उत्पादन अधिकतर पुरानी वनस्पतियों और जंगली प्राणियों के मरने के बाद उनके रिक्त स्थान पर उत्पन्न होने वाले सामग्रियों की समीक्षा से होता है।
- यह समीक्षा लंबे समय तक चलने वाली एक प्रक्रिया होती है जिसमें अधिकतर जंगली पौधों और प्राणियों के अवशेषों के संचय होते हैं।
- कोयले के उत्पादन की प्रक्रिया में सबसे पहले समीक्षा के बाद से इन सामग्रियों को निकाला जाता है।
- इसके बाद, सामग्रियों को एक कुचला जाता है जिससे उन्हें चूर्ण की तरह बनाया जाता है।
- इस कुचले को चूर्ण की तरह बनाने की प्रक्रिया को कोयलाकरण कहा जाता है।
- इसके बाद, कुचले को एक उच्च तापमान पर एक विशेष उपकरण में रखा जाता है जिसे कोयले की भट्ठी कहा जाता है।
- भट्ठी में कुचला को ताप और दबाव के साथ अलग-अलग समय तक पकाया जाता है, जिससे उसमें मौजूद उम्मीद से अधिक कच्चे कोयले को निकाला जाता है।
- इस तरह, कोयले का उत्पादन होता है।
कोयले का प्रकार:
कोयला विभिन्न प्रकारों में उपलब्ध होता है, जो उसकी गुणवत्ता, उपयोग और विशेषताओं के आधार पर अलग-अलग होते हैं। यहां कुछ प्रमुख कोयले के प्रकार हैं-1. बिट्यूमिनस कोयला-
- बिट्यूमिनस कोयला गहरे रंग का होता है और उसमें अधिक मात्रा में कार्बनिक तत्व होते हैं।
- इसका उपयोग मुख्य रूप से इंडस्ट्रियल प्रक्रियाओं में होता है, जैसे कि तार निर्माण, रोड निर्माण और रेलवे बालस्त्रों के लिए।
2. लिग्नाइट कोयला-
- लिग्नाइट कोयला सबसे कम उच्च गुणवत्ता वाला कोयला है।
- यह कोयला आसानी से जलता है और ज्यादातर घरेलू उपयोग के लिए इस्तेमाल होता है।
- इसका तापमानीय उपयोग, उद्योगों में तापीय ऊर्जा उत्पादन, और विद्युत् उत्पादन के लिए किया जाता है।
3. एंथ्रेसाइट कोयला-
- एंथ्रेसाइट कोयला गुणवत्ता में सबसे उच्च रंगीन कोयला है।
- यह कोयला कम प्रमाण में नमी और वाष्पीकरण करता है और अधिक मात्रा में कार्बन पाया जाता है।
4. पीट कोयला-
- यह सबसे निम्न कोटि का कोयला होता है।
- यह धुंआ अधिक देता है।
- इसमें कार्बन की मात्रा काफी कम होती है।
विश्व में कोयले का उत्पादन एवं वितरण:
- विश्व के विभिन्न देशों में कोयले का उत्पादन होता है, जिनमे से चीन, अमेरिका, रूस, भारत, यूरोप, जर्मनी, पोलैंड, इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया आदि आग्रणीय देश है जहां कोयले का उत्पादन अधिक होता है।
- विश्व के कोयला उत्पादन को नीचे तालिका से स्पष्ट किया जा सकता है।
- (यह आंकड़े शैक्षणिक उद्देश्य के लिए विकिपीडिया से लिया गया है।)
- आंकड़े मिलियन मिट्रिक टन में।
देश |
उत्पादन 2010 |
उत्पादन 2011 |
चीन |
3235.0 |
3520.0 |
सं. रा. अमेरिका |
983.7 |
992.8 |
भारत |
573.8 |
588.5 |
यूरोपीय संघ |
535.7 |
576.1 |
ऑस्ट्रेलिया |
424.0 |
415.5 |
रूस |
321.6 |
333.5 |
इंडोनेशिया |
275.2 |
324.9 |
दक्षिण अफ्रीका |
254.3 |
255.1 |
जर्मनी |
182.3 |
188.6 |
पोलैंड |
133.2 |
139.2 |
1. चीन-
- चीन विश्व का सबसे बड़ा कोयला उत्पादक देश है।
- चीन में विशाल आयात और घरेलू उपयोग के साथ कोयले की बड़ी मांग होती है।
- चीन में कोयले का उत्पादन अधिकतर स्थानों पर अंधेरे और गहरी खानों में होता है।
- चीन में कोयले का उत्पादन औसतन 4 बिलियन टन प्रति वर्ष होता है, जो विश्व के कुल कोयले उत्पादन का लगभग 50% होता है।
- चीन के सबसे बड़े कोयला उत्पादक राज्यों में शामिल हैं - शानशान, सिचुआन, शानशी, शान्तूँग, गुआंग्सी, निंगशियांग और हुनान।
- चीन कोयले उत्पादक देश होने के साथ-साथ चीन में कोयले उत्पादन और उपयोग के कारण वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण और जमीन का अस्तित्व जैसी विभिन्न पर्यावरण समस्याएं होती हैं।
- चीन सरकार ने यह समझते हुए कि वे पर्यावरण संरक्षण को महत्व देने के लिए उनके उत्पादकता को धीमा करने और जीवन प्रदायक संसाधनों पर अधिक से अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
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चीन के कोयला क्षेत्र का सांकेतिक मानचित्र |
2. संयुक्त राज्य अमेरिका-
- संयुक्त राज्य अमेरिका कोयले के उत्पादन में पूरे विश्व में द्वितीय स्थान पर है।
- यहां सन् 2010 में 983.7 मिलियन मिट्रिक टन कोयले का उत्पादन हुआ था, वही 2011 में बढ़कर 992.8 हो गया।
- अमेरिका का कोयले के विश्व उत्पादन में लगभग 15% की हिस्सेदारी है।
- यहां के प्रमुख कोयला क्षेत्रों में अप्लेशियन, रॉकी पर्वत क्षेत्र प्रमुख है।
- इसके अतिरिक्त कोयला के उत्पादक क्षेत्रों में मध्य पश्चिमी संयुक्त राज्य है, जहां यह मुख्य रूप से व्यापारिक रूप से उत्पादित होता है।
- उदाहरण के तौर पर, पेन्सिल्वेनिया, वेस्ट वर्जीनिया, केंटकी, ओहायो और इंडियाना यूएसए के प्रमुख कोयला उत्पादक राज्यों में शामिल हैं।
- इन क्षेत्रों में कोयला उत्पादन कारख़ाने, खदानों और परिवहन ढांचे के विकसित होने के साथ-साथ उद्योग बेहद महत्वपूर्ण है।
- ये क्षेत्र भारी रूप से कोयला उत्पादन करते हैं और इसे अन्य राज्यों और देशों में भेजा जाता है।
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सं. रा. अमेरिका के कोयला क्षेत्र का सामान्य मानचित्र |
3. भारत-
- भारत कोयला उत्पादन में विश्व के अग्रणीय राष्ट्रों में से एक है।
- भारत में कोयला उत्पादन सन् 2011 में 588.5 मिलियन मिट्रिक टन है, जिसके अनुसार भारत कोयला उत्पादन में तीसरे स्थान पर है।
- लेकिन नवीन आंकड़ों के अनुसार 778.19 मिलियन मिट्रिक टन उत्पादन रहा जिसके अनुसार भारत चीन के बाद दूसरे स्थान का कोयला उत्पादक देश है।
- भारत का विश्व के कोयला उत्पादन में 6-7% की हिस्सेदारी है।
- भारत प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में,
- झारखंड- बोकारो, गिरिडीह, झरिया
- मध्यप्रदेश- सिंगरौली, तंदूर
- छत्तीसगढ़- कोरबा, चिरमिरी
- ओडिशा- उमरिया, सोहागपुर
- पश्चिम बंगाल- रानीगंज, झरिया
- भारत में प्रमुख रूप से बिटुमिनस प्रकार का कोयला मिलता है।
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भारत के कोयला उत्पादक क्षेत्र |
4. यूरोपीय संघ-
- यूरोपीय संघ के देशों में कोयला उत्पादन काफी बड़े पैमाने पर किया जाता है।
- यूरोपीय संघ में जर्मनी, पोलैंड के अतिरिक्त फ्रांस, स्पेन, ऑस्ट्रिया एवं अन्य यूरोपीय देशों में होता है।
- यूरोपीय संघ ने वर्ष 2010 में 535.7 मिलियन मिट्रिक टन कोयले का उत्पादन किया था।
- वही वर्ष 2011 में 576.1 मिलियन मिट्रिक टन कोयले का उत्पादन हुआ था।
- विश्व के कोयला उत्पादन में यूरोपीय संघ की हिस्सेदारी लगभग 5% की है।
5. ऑस्ट्रेलिया-
- ऑस्ट्रेलिया एक मुख्य कोयले उत्पादक देश है और इसकी कोयले खनन और उत्पादन व्यवसायिक गतिविधि की एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है।
- यहां प्रमुख निर्माण मटेरियल के रूप में कोयले का उपयोग होता है, जो ऊर्जा उत्पादन और इंडस्ट्रीज में इस्तेमाल किया जाता है।
- ऑस्ट्रेलिया में कोयले का उत्पादन कई राज्यों में होता है, लेकिन प्रमुखतः न्यू साउथ वेल्स, क्वींसलैंड, विक्टोरिया और तस्मानिया राज्य में कोयले खनन केंद्रित है।
- ऑस्ट्रेलिया कोयले के बड़े उत्पादक देशों में से एक है और अपने विशाल खनन क्षेत्रों के कारण वैश्विक बाजार में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
- ऑस्ट्रेलिया में कोयले का उत्पादन वर्ष 2010 में 424.0 मिलियन मिट्रिक टन था, जो वर्ष 2011 में 415.5 मिलियन मिट्रिक टन हो गया।
- ऑस्ट्रेलिया का कोयले के उत्पादन में विश्व में लगभग 6% की हिस्सेदारी है।
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ऑस्ट्रेलिया के कोयला उत्पादक क्षेत्र |
6. रूस-
- रूस एक महत्वपूर्ण कोयला उत्पादक देश है।
- कोयला उत्पादन रूसी अर्थव्यवस्था के एक महत्वपूर्ण हिस्से को दर्शाता है और देश की ऊर्जा आपूर्ति का महत्वपूर्ण स्रोत है।
- रूस में कोयला खदानों का विस्तार अनेक राज्यों में हुआ है, जिनमें मॉस्को बेसिन, यूराल पर्वत क्रास्नोयार्स्क, कुजबास, कुजेदिन, सखालीन, मगदान और केमेरोवो शामिल हैं।
- रूस में कोयले का उत्पादन वर्ष 2010 में 321.6 मिलियन मिट्रिक टन हुआ था, वही वर्ष 2011 में 333.5 मिलियन मिट्रिक टन हुआ।
- विश्व कोयला उत्पादन में रूस की हिस्सेदारी लगभग 4% की है।
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रूस के कोयला उत्पादक क्षेत्र |
7. इंडोनेशिया-
- इंडोनेशिया विश्व में कोयला उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण देश है।
- यह दक्षिण-पूर्वी एशिया में स्थित है और विश्व के सबसे बड़े कोयला निर्यातकों में से एक है।
- इंडोनेशिया कोयला का व्यापारिक महत्व अपार है और इसका उत्पादन और निर्यात देश की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण स्रोत है।
- इंडोनेशिया में वर्ष 2010 में कोयले का उत्पादन 275.2 मिलियन मिट्रिक टन था, जो वर्ष 2011 में 324.9 मिलियन मिट्रिक टन हो गया।
- विश्व के उत्पादन में इंडोनेशिया की हिस्सेदारी लगभग 5% है।
- इंडोनेशिया की कोयला खाद्य पदार्थ, उर्जा उत्पादन और इंडस्ट्रीयल कारख़ानों की ऊर्जा आपूर्ति में व्यापक रूप से उपयोग की जाती है।
- इसका उपयोग स्थानीय उपयोग के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय निर्यात के लिए भी होता है।
- इंडोनेशिया का कोयला मुख्य रूप से विश्वस्तरीय कोयला उत्पादन क्षेत्रों में से दो में से एक माना जाता है: कालिमंतान (बोर्नियो) और सुमात्रा।
- कालिमंतान में कोयला उत्पादन की बड़ी संरचनाएं हैं, जो दक्षिण कलिमंतान प्रांत में स्थित हैं।
- सुमात्रा में भी कोयला खनन होता है, लेकिन यह कालिमंतान के मुकाबले कम मात्रा में उत्पन्न
8. दक्षिण अफ्रीका-
- दक्षिण अफ्रीका विश्व के प्रमुख कोयला उत्पादकों में से एक है।
- यह कोयला निर्यात करने वाले देशों में से एक है और विश्व भर में इसका अधिकांश उत्पादन उपयोग और निर्यात के लिए होता है।
- दक्षिण अफ्रीका की कोयला खाद्य पदार्थ और ऊर्जा उत्पादन में व्यापक रूप से उपयोग की जाती है।
- दक्षिण अफ्रीका में वर्ष 2010 में कोयले का उत्पादन 254.3 मिलियन मिट्रिक टन हुआ था, वही 2011 में 255.1 मिलियन मिट्रिक टन हुआ।
- दक्षिण अफ्रीका का कोयला मुख्य रूप से तीन क्षेत्रों में खनित होता है: एम्पुमालंग क्वाजुलु नाटल क्षेत्र, ईस्ट रैंड और सेंटरल कोलफील्ड्स क्षेत्र।
- एम्पुमालंग क्वाजुलु नाटल क्षेत्र दक्षिण अफ्रीका का प्रमुख कोयला खनन क्षेत्र है और यह कोयला के लिए प्रमुख निर्यात केंद्रों में से एक है।
- दक्षिण अफ्रीका का कोयला उत्पादन व्यापारिक और आर्थिक महत्वपूर्ण है, और यह देश के लिए महत्वपूर्ण आय स्रोत है।
- इसके अलावा, दक्षिण अफ्रीका कोयला उत्पादन इस्टील, पेट्रोकेमिकल, ऊर्जा उत्पादन और इंडस्ट्रीयल कारख़ानों को आपूर्ति प्रदान करता है।
9. जर्मनी-
- जर्मनी यूरोप के बड़े कोयला उत्पादक क्षेत्र में से एक है।
- जर्मनी के कोयला क्षेत्रों में सेक्सोना, रुर क्षेत्र प्रमुख है।
- इस क्षेत्र में देश के कोयले का लगभग 90% भंडार सुरक्षित है।
- जर्मनी में अच्छे किस्म के बिट्यूमिनस प्रकार के कोयले मिलते है।
- जर्मनी में वर्ष 2010 में 182.3 मिलियन मिट्रिक टन कोयले का उत्पादन हुआ, वर्ष 2011 में कोयले का उत्पादन 188.6 मिलियन मिट्रिक टन रहा।
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जर्मनी के कोयला उत्पादक क्षेत्र |
10. पोलैंड-
- पोलैंड एक महत्वपूर्ण कोयला उत्पादक देश है। यह दुनिया के प्रमुख कोयला उत्पादकों में से एक है और विश्व के लगभग 8% कोयला उत्पादन का जिम्मेदार है।
- पोलैंड कोयला उद्योग की ऐतिहासिक परंपरा है और यहां कोयला खदानों की अच्छी संख्या मौजूद है।
- पोलैंड में वर्ष 2010 में कोयले का उत्पादन 133.2 मिलियन मिट्रिक टन था, जो 2011 में 139.2 हो गया।
- पोलैंड के कोयला उत्पादक क्षेत्रों में सिलेसिया और लुबिन क्षेत्र प्रमुख हैं।
- सिलेसिया क्षेत्र, जो पोलैंड और चेक गणराज्य के भीतर स्थित है, पोलैंड के उत्पादक क्षेत्र के रूप में महत्वपूर्ण है।
- यहां परिवहन, ऊर्जा और भूमि विकास के लिए कोयला का उपयोग किया जाता है।
- लुबिन क्षेत्र भी एक अन्य प्रमुख कोयला उत्पादक क्षेत्र है और पोलैंड के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है।
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पोलैंड के कोयला उत्पादक क्षेत्र |