जनसंख्या घनत्व का अर्थ, प्रकार तथा लाभ | Meaning, types and benefits of population density
जनसंख्या घनत्व के विभिन्न प्रकार, कायिक घनत्व, गणितीय घनत्व, आर्थिक घनत्व, कृषि घनत्व आदि।
जनसंख्या घनत्व का अर्थ:
- जनसंख्या घनत्व का अर्थ सामान्यतः किसी क्षेत्र में प्रति वर्ग किलोमीटर या प्रति मील अथवा प्रति हेक्टेयर में निवास करने वाली जनसंख्या से लगाया जाता है।
- जनसंख्या घनत्व एक निश्चित भू-भाग के संपूर्ण क्षेत्र एवं कुल जनसंख्या का अनुपात है।
- जनसंख्या घनत्व के अध्ययन से हमे यह किसी क्षेत्र विशेष जनसंख्या भार, जनाधिक्य एवं जनाभाव, अनुकूलतम जनसंख्या आदि की जानकारी प्राप्त होती है।
- जनसंख्या घनत्व की संकल्पना का उपयोग 1837 में हेनरी ड्यूटी द्वारा आयरलैंड में किया गया था।
जनसंख्या घनत्व के प्रकार:
1. गणितीय प्रकार-
- जनसंख्या और भूमि के अनुपात को गणितीय घनत्व कहा जाता है।
- इसे सामान्य घनत्व भी कहा जाता है।
- इसके लिए निम्न सूत्र का प्रयोग किया जाता है-
- इस प्रकार की जनसंख्या में प्रति इकाई क्षेत्र में बसी हुई जनसंख्या का ज्ञान होता है।
- परंतु गणितीय घनत्व में वास्तविक घनत्व का ज्ञान नहीं होता है।
- वनस्पति, जलवायु, भूमि की उर्वरता, खनिज आदि तत्वों में भिन्नता के कारण अलग अलग क्षेत्रों में अलग अलग घनत्व के प्रकार मिलता है।
- उदाहरण के लिए हम भारत का ही 2011 की जनसंख्या के अनुसार कुल जनसंख्या 1210193422 है जिसमे कुल क्षेत्रफल 3287263 का भाग देने पर जो घनत्व प्राप्त होगा वह गणितीय घनत्व या मानव भूमि अनुपात है।
इस घनत्व को ज्ञात करने का सूत्र-
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गणितीय घनत्व का सूत्र |
विश्व के विभिन्न देशों में गणितीय घनत्व निम्न प्रकार से मिलता है (1997 के अनुसार)-
देश |
घनत्व (व्यक्ति/ वर्ग कि. मी) |
समस्त विश्व |
43 |
भारत (2011) |
382 |
सं.रा. अमेरिका |
29 |
ग्रेट ब्रिटेन |
240 |
फ्रांस |
106 |
नीदरलैंड |
376 |
ब्राजील |
19 |
चिली |
19 |
कनाडा |
03 |
बांग्लादेश |
847 |
सिंगापुर |
6046 |
2. आर्थिक घनत्व-
- आर्थिक आधार पर यदि जनसंख्या का घनत्व ज्ञान किया जाता है तो उसे आर्थिक घनत्व कहते है।
- आर्थिक घनत्व के जनक फ्रांसीसी विद्वान सिमन महोदय को माना जाता है।
- आर्थिक घनत्व को ज्ञात करने के लिए जनसंख्या के आकार और उत्पादन को ध्यान में रखा जाता है।
- आर्थिक घनत्व को ज्ञात करने के लिए कुल जनसंख्या में आर्थिक उत्पादन को विभाजित करके ज्ञात किया जाता है।
- आर्थिक उत्पादन में कृषि भूमि, मिट्टी की उर्वरता, खनिज पदार्थ, वन, जलाशय, समुद्री संसाधन, परिवहन, व्यापार आदि को शामिल किया जाता है।
- सही आर्थिक जन घनत्व ज्ञात करना कठिन है क्योंकि उत्पादन, संसाधनों में हमेशा बदलाव आते रहता है।
- लेकिन इस विधि से की समय विशेष के आर्थिक जन घनत्व ज्ञात किया जा सकता है।
आर्थिक घनत्व ज्ञात करने के लिए निम्न सूत्र को उपयोग में लिया जाता है-
|
आर्थिक घनत्व का सूत्र |
3. कायिक घनत्व-
- किसी देश की जनसंख्या और कृषि भूमि के क्षेत्रफल के
- अनुपात के संदर्भ में व्यक्त किया जाता है।
- इसे जनसंख्या और कृषि घनत्व भी कहते है।
- इसमें केवल उर्वर कृषि योग्य भूमि को ही लिया जाता है।अनुर्वरा भूमि को वन, दलदल, मरुस्थल आदि को निकल दिया जाता है।
- इसमें किसी देश के कायिक घनत्व को विश्व के अन्य देशों के साथ तुलना किया जाता है।
- इसलिए इसे तुलनात्मक घनत्व भी कहते है।
- इस घनत्व की सहायता से कृषि की उत्पादन क्षमता बढ़ाकर जनसंख्या के उत्तम पोषण की संभावना ज्ञात किया जा सकता है।
- कायिक घनत्व की सबसे बड़ी कमी यह है कि इसमें अनुपयुक्त भूमि को निकल दिया जाता है और यह मान लिया जाता है।
- लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है कृषि योग्य अनुपयुक्त भूमि में भी अनेक तरह के उपयोग करके आर्थिक लाभ लिया जा सकता है।
इसे निम्नांकित सूत्र द्वारा कायिक घनत्व ज्ञात किया जाता है-
|
कायिक घनत्व का सूत्र |
विश्व के कुछ प्रमुख देशों में कायिक घनत्व इस प्रकार है-
देश |
घनत्व (व्यक्ति/वर्ग कि. मी) |
भारत (1981) |
435 |
सं.रा. अमेरिका |
123 |
चीन |
787 |
जापान |
1967 |
नीदरलैंड |
1431 |
ताईवान |
1570 |
फ्रांस |
278 |
नाइजीरिया |
286 |
4. कृषि घनत्व-
- देश के कुल कृषक की संख्या में सभी कृषि योग्य भूमि के क्षेत्रफल का भाग देने से कृषिगत घनत्व ज्ञात किया जाता है।
- इस तरह की विधि में केवल कृषि कार्य में लगे जनसंख्या का घनत्व ज्ञात किया जा सकता है।
- उन देशों में कृषि घनत्व अधिक पाया जाता है जहां कृषिगत कार्यों में अधिक लोग संलग्न होते है।
- जिन देशों में कृषि क्रिया कम होती है वहां का कृषि घनत्व भी कम होता है।
इसे निम्न सूत्र से ज्ञात किया जा सकता है-
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कृषि घनत्व का सूत्र |
विश्व के कुछ देशों में कृषि घनत्व-1973
देश |
घनत्व |
ग्रेट ब्रिटेन |
35 |
डेनमार्क |
65 |
फ्रांस |
78 |
नीदरलैंड |
124 |
सं.रा. अमेरिका |
155 |
इटली |
156 |
भारत |
255 |
जापान |
720 |
चीन |
1000 |
5. पौष्टिक घनत्व-
- पौष्टिक घनत्व वह है जिसमे किसी देश की कुल जनसंख्या में उस देश के प्रमुख खाद्यान फसलों के क्षेत्रफल का भाग देने पर पौष्टिक घनत्व ज्ञात किया जाता है।
- गहन निर्वहन कृषि क्षेत्र में विविध फसलों के उत्पादन के कारण प्रति एकड़ कृषि भूमि की पोषण क्षमता अन्य क्षेत्रों को अपेक्षा अधिक होती है।
- ऐसे क्षेत्रों में पोषण घनत्व भी अधिक होता है।
6. अन्य घनत्व-
- इन सभी प्रकारों के अलावा जनसंख्या घनत्व के अन्य प्रकार भी है।
- उद्योग और जनसंख्या के बीच संबंध ज्ञात करने लिए औद्योगिक घनत्व, ग्रामीण जनसंख्या के लिए ग्रामीण जनसंख्या, नगरीय जनसंख्या और क्षेत्रफल ज्ञात करने के लिए नगरीय घनत्व आदि घनत्व है।
जनसंख्या घनत्व से लाभ:
- जनसंख्या घनत्व से प्रति इकाई क्षेत्र पर जनसंख्या के दबाव ज्ञात हो जाता है।
- किसी क्षेत्र के जन घनत्व के आधार पर उसकी आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक उन्नति के लिए विभिन्न योजनाओं का निर्माण किया जा सकता है।
- जनसंख्या ज्ञात हो जाने से किसी क्षेत्र में जनसंख्या के नियोजन हेतु योजनाएं बनाई जा सकती है।
- किसी क्षेत्र में जनसंख्या घनत्व ज्ञात करने के बाद जनसंख्या एवं संसाधन के प्रति व्यक्ति उपलब्धता के आंकड़े प्राप्त किए जा सकते है।
- जनसंख्या घनत्व एक प्रकार का बैरोमीटर है जिसके प्रयोग से मनुष्य और भूमि के निरंतर परिवर्तनशील संबंध की सूचना मिलती रहती है।
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